How does the internet work | इंटरनेट कैसे काम करता है
Hello guysदोस्तो आप और हम रोज इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं आज के समय मे इंटरनेट हमारी जिंदगी का एक अभिन्न अंग है। आज हम एक पल के लिए खाना और पानी के बिना जी तो सकते हैं लेकिन इंटरनेट के बिना एक दिन बिताना काफी मुश्किल बात है। आज हर चीज इंटरनेट से जुड़ी हुई है चाहे वो online transaction की बात हो या मोबाइल मे लगा GPS । अगर 1 घंटे के लिए इंटरनेट पर रोक लगा दी जाए तो आप कल्पना नही कर सकते कि हमारा कितना नुकसान हो सकता है। ऐसे मे हमारा इंटरनेट के बारे मे जानना बेहद जरूरी है । तो स्वागत है आपका technicalkeeda.in ब्लॉग मे आज हम बात करेंगे How does the internet work | इंटरनेट कैसे काम करता है ? चलिए शुरू करते हैं।
What is internet । इंटरनेट क्या है?
चलिए सबसे पहले बात करते हैं What is internet । इंटरनेट क्या है? अगर आप बहुत से कंप्यूटर को तार की मदद से आपस में जोड़ते हैं तो उसे एक नेटवर्क network कहते हैं और बहुत सारे कंप्यूटर आसपास में कैसे जुड़े हैं इस तरीके को टोपोलोजी topology कहा जाता है ।
आसान भाषा मे कहा जाए तो इंटरनेट एक international network नेटवर्क है जिससे सारे कंप्यूटर जुड़े हुए हैं और सूचना का आदान प्रदान करते हैं। अब बात करते हैं How does the internet work | इंटरनेट कैसे काम करता है।
आसान भाषा मे कहा जाए तो इंटरनेट एक international network नेटवर्क है जिससे सारे कंप्यूटर जुड़े हुए हैं और सूचना का आदान प्रदान करते हैं। अब बात करते हैं How does the internet work | इंटरनेट कैसे काम करता है।
इससे पहले कि हम बात करें How does the internet work | इंटरनेट कैसे काम करता है ? जानते हैं कि इंटरनेट बना कैसे और इसका मालिक कौन है ?
सबसे पहले इंटरनेट का अविष्कार 1969 मे DOD डिपार्टमेंट ऑफ डिफेन्स द्वारा किया गया था उस वक़्त इंटरनेट का इस्तेमाल केवल सुरक्षा संदेश भेजने के लिये किया जाता था । उस वक्त जिन नियमों से संदेश भेजे जाते थे उन्हें TCP ट्रांसमिशन कण्ट्रोल प्रोटोकॉल या IP इंटरनेट प्रोटोकोल कहते थे। इंटरनेट की एक अच्छी बात यह है कि इसका कोई मालिक नही है।
सबसे पहले इंटरनेट का अविष्कार 1969 मे DOD डिपार्टमेंट ऑफ डिफेन्स द्वारा किया गया था उस वक़्त इंटरनेट का इस्तेमाल केवल सुरक्षा संदेश भेजने के लिये किया जाता था । उस वक्त जिन नियमों से संदेश भेजे जाते थे उन्हें TCP ट्रांसमिशन कण्ट्रोल प्रोटोकॉल या IP इंटरनेट प्रोटोकोल कहते थे। इंटरनेट की एक अच्छी बात यह है कि इसका कोई मालिक नही है।
इंटरनेट कैसे काम करता है?
आप इस वक़्त इस आर्टिकल को पढ़ रहे हैं लेकिन आप मे से बहुत लोग नही जानते होंगे कि इंटेरनेट चलता कैसे है ? बहुत से लोग केवल www( world wide Web) को ही इंटरनेट समझते हैं जबकि www ( world wide Web) internet इंटेरनेट का बहुत छोटा सा हिस्सा है अगर इंटेरनेट बंद हो जाये तो हमारे सारे online काम अटक जाएंगे लेकिन अगर www (world wide web) बंद हो जाये तो हम इंटेरनेट का इस्तेमाल कर सकते हैं।आपको लगता होगा कि इंटेरनेट satellite के माध्यम से आता है लेकिन दुनिया का 99% इंटेरनेट केबल के जरिये चलता है जिनको opticle fibre ऑप्टिक फाइबर केबल कहा जाता है इन केबल को समुद्र मार्ग से बिछाया गया है ताकि दो बड़े महाद्वीप को आपस मे जोड़ सके जैसे एशिया और अफ्रीका , ऐसिया और यूरोप ।
वैसे तो इंटेरनेट बिल्कुल free है लेकिन आपके दिमाग मे प्रश्न उठा होगा कि अगर इंटेरनेट फ्री है तो हमसे इंटेरनेट का पैसा क्यों लिया जाता है ?
पूरी दुनिया मे ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाने वाली कंपनियों को तीन भागों मे बंटा गया है।
Tier 1 company
इसके अंदर वो कंपनी आती हैं जिन्होंने ऑप्टिकल फाइबर केबल समुद्र में पहले से बिछा रखी हैं और सारे देशों को आपस मे जोड़ कर रखा है। कुछ भारतीय छेत्र की tier 1 कॉम्पनी
Bharti
Reliance
Tata
Tier 2 कंपनी
Tier 2 मे वो कंपनी आती हैं जिन्होंने देश के अंदर अपने फाइबर केबल बिछा रखी हैं जैसे भारत मे airtel , BSNL , VODAFONE , IDEA जैसी कंपनी tier 2 कंपनी हैं । ये tier 1 को पैसा देती हैं और tier 1 से इंटेरनेट खरीद लेती हैं
Tier 2 मे वो कंपनी आती हैं जिन्होंने देश के अंदर अपने फाइबर केबल बिछा रखी हैं जैसे भारत मे airtel , BSNL , VODAFONE , IDEA जैसी कंपनी tier 2 कंपनी हैं । ये tier 1 को पैसा देती हैं और tier 1 से इंटेरनेट खरीद लेती हैं
Tier 3 कंपनी
Tier 3 कंपनी वो कम्पनी होती है जो tier 2 से data खरीदती है और tier 2 कॉम्पनी को पैसा देती हैं ये लोकल एरिया मे काम करती हैं |
Reliance JIO ने 1 साल तक डेटा इसी वजह से फ्री दिया था क्योंकि relaince 5 साल से अपने खुद के ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछा रहा था तो उसे tier 1 company से डेटा नही खरीदना पड़ा ।
उम्मीद है आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा आप इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शेयर कर सकते हैं और अपनी राय कमेंट बॉक्स मे दे सकते हैं।
Tier 3 कंपनी वो कम्पनी होती है जो tier 2 से data खरीदती है और tier 2 कॉम्पनी को पैसा देती हैं ये लोकल एरिया मे काम करती हैं |
Reliance JIO ने 1 साल तक डेटा इसी वजह से फ्री दिया था क्योंकि relaince 5 साल से अपने खुद के ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछा रहा था तो उसे tier 1 company से डेटा नही खरीदना पड़ा ।
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